संस्था के मुखयालय पर प्रत्येक १४ अप्रैल को बोधिसत्व बाबा साहब डॉ० भीमराव अम्बेडकर जयन्ती का आयोजन होता है, जिसमें कई हजार स्त्री-पुरूष तथा बच्चे काफी दूर-दूर से सम्मिलित होने के लिए आते है।
वैशाख पूर्णिमा को भगवान बुद्ध की जयन्ती का आयोजन होता है।
अशोक धम्म विजय दिवस को बौद्ध मेले का आयोजन होता है।
६ दिसम्बर को बोधिसत्व बाबा साहब डॉ० भीमराव अम्बेडकर का परिनिर्वाण दिवस मनाया जाता है।
प्रत्येक वर्ष बौद्ध महिला एवं बौद्ध युवा सम्मेलन का आयोजन होता है।
बौद्ध तीर्थ स्थलों का भ्रमण कार्यक्रम प्रति वर्ष नवम्बर के माह में चलाया जाता है।
बौद्ध सामान्य ज्ञान परीक्षा का आयोजन प्रत्येक तीसरे वर्ष किया जाता है।
उपयुक्त अवसर पर भविष्य में विपश्यना शिविर भी लगाये जाने की योजना है।
कभी-कभी संस्था के सदस्यों, पदाधिकारियों तथा शाखाओं के लिये प्रशिक्षण शिविर भी चलाया जाता है।
भविष्य में श्रामणेर दीक्षा का भी कार्यक्रम चलाने की योजना है।
संस्था के मुखयालय के चारों ओर करीब सैकड़ों किलोमीटर ग्रामीण अंचलों में जाकर जन जागृति के लिये छोटे-छोटे कार्यक्रम किये जाते है। इस प्रकार अब तक दो हजार से अधिक कार्यक्रम किये जा चुके है।
गरीब छात्रों व गरीब असहाय परिवारों को कभी-कभी शिक्षा व दवा वगैरह के लिए आर्थिक सहयोग भी दिया जाता है।
संस्था के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रतिवर्ष सैकड़ों परित्राण पाठ, नामकरण, मुंडन व विवाह संस्कार कराये जाते है।
बुद्ध विहार पर सामूहिक विवाह बौद्ध रीति से कराये जाते है।
Believe nothing, no matter where you read it, or who said it, no matter if I have said it, unless it agrees with your own reason and your own common sense.